مقدمه :
مسافرتهای شهری گام اول توسعه گردشگری وصنعت توریسم است.اگرچه کشور ما ازلحاظ پتانسیل های طبیعی وتاریخی جز 10 کشور تاریخی نخست دنیا ست، اما بدون برنامه ریزی درست استفاده از این نعمت خدادی غیر ممکن است.
شهر تهران هر روز 18 میلیون سفر درون
شهری را تجربه میکند و درکل کشور روزانه میلیون ها نفر جابجا می شوند، این اقیانوس جابهجایی شهروندان، در
حالی است که تهران و سایر شهرها امکاناتی را در خود جای دادهاند که میتواند پتانسیلی
برای تورهای گردشگری شهری باشد. برهمین اساس عدهای از کارشناسان توریسم
معتقدند توریسم شهری زیربنای توسعه شهری وگردشگری محسوب میشود.
به عبارت
دیگر اگر به جای سرگردانی مردم در خیابانهای شهر به ویژه شهرهای
بزرگ بتوان سفرهای هدفمندی را طراحی کرد
که هم شهروندان را با فرهنگ شهری آشنا کند و هم سفر را نهادینه کند، پس از مدتی میتوان به توسعه سفرها از درون
شهرها به درون کشور امیدوار بود و این حرکت گام به گام میتواند به نهادینه کردن
توریسم و توجه به زیرساختهای آن که ازجمله توسعه شهری است بانجامد .
گردشگری معال فارسی و کاملاً دقیق واژه Tourism در زبان های انگلیسی، فرانسه و آلمانی است که به صورت مصطلح در زبان فارسی به صورت جهانگردی ترجمه شده است. ریشه این واژه از اصطلاح Tornus یونانی و لاتین گرفته شده که یکی از معانی آن گردش کردن و یا گشتن است و با پسوند Ism یا گری بصورت اسم مصدر Tourism یا گردشگری در آمده است.
اصطلاح «توریست» (Tourist) از قرن نوزدهم معمول شده است. در آن زمان اشراف زادگان فرانسه می بایست برای تکمیل تحصیلات و کسب تجربه های لازم زندگی، اقدام به مسافرت می نمودند. این جوانان در آن زمان توریست نامیده می شدند و بعدها در فرانسه این اصطلاح در مورد کسانی به کار می رفت که برای سرگرمی ، وقت گذرانی و گردش به فرانسه سفر می کردند و بعداً با تعمیم بیشتر به کسانی اطلاق می شد که اصولاً به این منظور به سفر می رفتند. کم کم کلمه توریست به بعضی زبان های دیگر نیز وارد شد و از آن واژه توریسم (Tourism) بوجود آمد. از همان زمان توریسم و توریست به بعضی از مسافرت ها و مسافرینی گفته می شود که هدف آن ها استراحت و گردش و سرگرمی و آشنایی با مردم بود و نه کسب درآمد و اشتغال به کار.
دراین نوشتار تلاش می شود ، تاضمن آشنایی با انواع گردشگری وتوریسم نقش شهرووظایف شهرداری ها درتوسعه آن مورد تأکید قرار گیرد .
ادامه مطلب ...
|
بررسی برخی از شاخص های بخش مسکن درشهر شیروان براساس سرشماری سال 1385
تهیه وتنظیم از:رسول جهان دوست ومهندس قاسم کوهستانی
مقدمه:
بحث مسکن ومسائل مرتبط باآن یکی ازمشکلات اصلی مسئولین کشوری است ،مسکن ازجمله نیازهای ضروری زندگی انسان هاست که بخش عمده ای ازدغه دغه های اوراتشکیل می دهد ،به همین علت آگاهی ازهرگونه آمارواطلاعاتی که بتواند دربرنامه ریزهای این بخش به مسئولین امر(ازجمله شهرداری وشورای شهر)کمک کند امری الزامیست . دراین نوشتار تلاش شده است برخی ازآمارهای بخش مسکن سرشماری نفوس ومسکن سال 1385ارائه ودرحد توان بررسی شود.
1- واحدهای مسکونی شهرشیروان براساس نوع اسکلت بناومصالح به کاررفته درآن:
ازجمله اطلاعات موردنیازبخش مسکن جهت برنامه ریزی ، آگاهی ازنوع اسکلت ساختمان هاومیزان مقاوم سازی بنا برای پیشگیری ازواردشدن خسارات سنگین درهنگام زمین لززهاست.
براساس آمار جدول شماره 1 ازکل 18850واحدمسکونی شهرشیروان3170واحد دارای اسکلت فلزی ،290واحد بتون آرمه ،12542واحدآجر وآهن، وبقیه ازسایر مصالح ساخته شده اند .طبق این آمارتیپ غالب مسکن درشهر شیروان فاقد مقاومت لازم دربرابرزلزله است ،که نیازمند چاره اندیشی است .
جدول شماره 1: واحدهای مسکونی معمولی برحسب نوع اسکلت بنا، مصالح عمده بکاررفته و تعداد اتاق درشهرشیروان |
|||||||||
|
جمع |
1 اتاق |
2 اتاق |
3 اتاق |
4 اتاق |
5 اتاق |
6 اتاق وبیشتر |
اظهارنشده |
|
جمع کل شهری |
18850 |
274 |
2502 |
6194 |
6181 |
2201 |
1268 |
230 |
|
فلزى |
3170 |
37 |
490 |
974 |
1058 |
286 |
270 |
54 |
|
بتون آرمه |
290 |
0 |
19 |
107 |
147 |
16 |
0 |
0 |
|
جمع سایر |
15328 |
237 |
1983 |
5095 |
4957 |
1890 |
991 |
176 |
|
آجروآهن یاسنگ وآهن |
12542 |
170 |
1436 |
4079 |
4166 |
1687 |
862 |
141 |
|
آجروچوب یاسنگ وچوب |
1639 |
19 |
385 |
510 |
484 |
127 |
87 |
26 |
|
بلوک سیمانى (باهرنوع سقف ) |
150 |
0 |
28 |
50 |
55 |
12 |
4 |
0 |
|
تمام آجریاسنگ وآجر |
63 |
0 |
9 |
36 |
9 |
0 |
0 |
9 |
|
تمام چوب |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
|
خشت وچوب |
763 |
29 |
95 |
347 |
221 |
47 |
25 |
0 |
|
خشت وگل |
163 |
19 |
29 |
73 |
13 |
18 |
12 |
0 |
|
سایر |
8 |
0 |
0 |
0 |
8 |
0 |
0 |
0 |
|
اظهارنشده |
62 |
0 |
10 |
18 |
18 |
9 |
7 |
0 |
|
فاقد اطلاع |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
2-واحد های مسکونی برحسب امکانات ،سال اتمام بنا و...:
مطابق آمارجدول شماره 2 ازمجموع 18850واحدمسکونی شهرشیروان ،3154واحد سال اتمام بنا آن ها ازسال1380تاسال1385 است.4584واحد بین سال های 75تا79 ،6339واحد بین 65تا74، 3576واحد بین 55تا64،و1070واحد نیز قبل ازسال 55ساخته شده اند.
جدول شماره 2: واحدهای مسکونی معمولی برحسب امکانات و تسهیلات و سال اتمام بنا در شیروان |
|||||||||||||||
|
مجموع ضریب واحدمسکونی |
ضریب برق -وجود |
ضریب تلفن ثابت-وجود |
ضریب آب لوله کشی -وجود |
ضریب گاز لوله کشی -وجود |
ضریب دستگاه حرارت مرکزی |
ضریب دستگاه حرارت و برودت مرکزی |
ضریب آشپزخانه -وجود |
ضریب حمام -وجود |
ضریب توالت |
ضریب آب لوله کشی وبرق-وجود |
ضریب آب لوله کشی و برق و تلفن ثابت-وجود |
ضریب آب لوله کشی ،حمام و توالت-وجود |
ضریب آشپزخانه ،حمام وتوالت-وجود |
|
جمع شهری |
18850 |
18714 |
15364 |
18041 |
18373 |
114 |
53 |
18472 |
16649 |
18850 |
17980 |
15078 |
16411 |
16583 |
|
سال 1385 |
229 |
210 |
121 |
193 |
202 |
0 |
0 |
220 |
184 |
229 |
193 |
121 |
184 |
184 |
|
سال 1384 |
546 |
527 |
408 |
527 |
494 |
0 |
0 |
532 |
512 |
546 |
518 |
399 |
502 |
502 |
|
سال 1383 |
571 |
562 |
484 |
544 |
543 |
0 |
0 |
562 |
526 |
571 |
535 |
457 |
508 |
526 |
|
سال 1382 |
488 |
488 |
442 |
479 |
488 |
9 |
0 |
469 |
479 |
488 |
479 |
433 |
470 |
469 |
|
سال 1381 |
352 |
314 |
287 |
319 |
333 |
9 |
9 |
352 |
320 |
352 |
309 |
269 |
311 |
320 |
|
سال 1380 |
1022 |
1022 |
844 |
973 |
1010 |
0 |
0 |
993 |
922 |
1022 |
973 |
836 |
914 |
922 |
|
سال 1375 تا 1379 |
4584 |
4542 |
3733 |
4251 |
4477 |
14 |
0 |
4518 |
3958 |
4584 |
4228 |
3641 |
3893 |
3944 |
|
سال 1365 تا 1374 |
6339 |
6339 |
5232 |
6177 |
6260 |
34 |
5 |
6217 |
5705 |
6339 |
6177 |
5161 |
5651 |
5695 |
|
سال 1355 تا 1364 |
3576 |
3566 |
2921 |
3501 |
3482 |
21 |
30 |
3505 |
3144 |
3576 |
3492 |
2889 |
3102 |
3130 |
|
قبل از سال 1355 |
1070 |
1070 |
826 |
1013 |
1011 |
27 |
0 |
1032 |
845 |
1070 |
1013 |
809 |
822 |
836 |
|
اظهارنشده |
74 |
74 |
64 |
64 |
74 |
0 |
8 |
74 |
55 |
74 |
64 |
64 |
55 |
55 |
3- واحد های مسکونی شهرشیروان برحسب تعداد اتاق :
براساس آمارجدول شماره 3 ازکل واحد های مسکونی شهرشیروان تعداد 274واحد دارای یک اتاق ،2502واحد 2اتاق، 6194واحد 3اتاق ،6181واحد 4 اتاق ، 2201واحد 5 اتاق و 1268 واحد هم دارای 6 اتاق وبیشتر هستند .متداولترین واحدهای مسکونی شهرشیروان دارای 3 اتاقند. با توجه به تعدادجمعیت شهر شیروان درسال 1385 تراکم نفراتاق دراین شهر 79% بوده است این عدد به این معنا است که به ازاء هرصد نفرجمعیت 79 اتاق وجود دارد .
جدول شماره3: واحد های مسکونی معمولی برحسب امکانات و تسهیلات و تعداد اتاق در شیروان |
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|
مجموع ضریب واحدمسکونی |
ضریب برق -وجود |
ضریب تلفن ثابت-وجود |
ضریب آب لوله کشی -وجود |
ضریب گاز لوله کشی -وجود |
ضریب دستگاه حرارت مرکزی |
ضریب دستگاه حرارت و برودت مرکزی |
ضریب آشپزخانه -وجود |
ضریب حمام -وجود |
ضریب توالت |
ضریب آب لوله کشی وبرق-وجود |
ضریب آب لوله کشی و برق و تلفن ثابت-وجود |
ضریب آب لوله کشی ،حمام و توالت-وجود |
ضریب آشپزخانه ،حمام وتوالت-وجود |
ضریب آْب لوله کشی،برق،تلفن ثابت وگازلوله کشی-وجود |
ضریب همه امکاناتوتسهیلات-وجود |
ضریب هیچیک ازامکانات و تسهیلات-وجود |
ضریب امکانات و تسهیلات اظهانشده-وجود |
|
جمع شهری |
18850 |
18714 |
15364 |
18041 |
18373 |
114 |
53 |
18472 |
16649 |
18850 |
17980 |
15078 |
16411 |
16583 |
14916 |
20 |
0 |
0 |
|
1 اتاق |
274 |
255 |
141 |
217 |
245 |
0 |
0 |
198 |
170 |
274 |
217 |
122 |
151 |
160 |
113 |
0 |
0 |
0 |
|
2 اتاق |
2502 |
2435 |
1643 |
2353 |
2322 |
28 |
19 |
2373 |
1931 |
2502 |
2325 |
1606 |
1885 |
1921 |
1559 |
9 |
0 |
0 |
|
3 اتاق |
6194 |
6176 |
4922 |
5897 |
6069 |
9 |
10 |
6109 |
5417 |
6194 |
5887 |
4840 |
5347 |
5388 |
4784 |
0 |
0 |
0 |
|
4 اتاق |
6181 |
6162 |
5358 |
5936 |
6049 |
46 |
24 |
6115 |
5611 |
6181 |
5927 |
5234 |
5522 |
5602 |
5192 |
11 |
0 |
0 |
|
5 اتاق |
2201 |
2187 |
1974 |
2170 |
2197 |
9 |
0 |
2183 |
2104 |
2201 |
2156 |
1960 |
2100 |
2095 |
1956 |
0 |
0 |
0 |
|
6 اتاق وبیشتر |
1268 |
1268 |
1135 |
1253 |
1265 |
17 |
0 |
1265 |
1203 |
1268 |
1253 |
1131 |
1198 |
1203 |
1131 |
0 |
0 |
0 |
|
اظهارنشده |
230 |
230 |
190 |
216 |
227 |
6 |
0 |
230 |
214 |
230 |
216 |
184 |
208 |
214 |
181 |
0 |
0 |
0 |
4- واحد های مسکونی شیروان برحسب مساحت زیربنا :
از18850 واحدساختمانی شهرشیروان 2220 واحد دارای 50 مترمربع ویاکمتر زیزبنا ،3005واحد بین51تا75، 1931واحد بین 76تا80 ، 4287واحد بین 81تا100 ، 5755واحد بین 101تا150، 134واحد بین 151تا200 ، 429 واحد بین 201تا300 ، 82واحد بین 301تا500و7واحد نیز بیشتراز501 مترمربع مساحت دارند . تیپ غالب مساکن شهرشیروان دارای 101تا150 مترمربع مساحت است . (اطلاعات جدول شماره 4 )
جدول شماره 4:واحدهای مسکونی معمولی برحسب تعداد خانوار ساکن در آنها و مساحت زیربنای واحد مسکونی در شیروان |
|
|||||||||||
|
||||||||||||
تعداد خانوار |
جمع |
50 مترمربع وکمتر |
51 تا 75 مترمربع |
76 تا80 مترمربع |
81 تا 100مترمربع |
101 تا 150 مترمربع |
151 تا 200 مترمربع |
201 تا 300 مترمربع |
301 تا 500 مترمربع |
501 مترمربع و بیشتر |
||
جمع شهری |
18850 |
2220 |
3005 |
1931 |
4287 |
5755 |
1134 |
429 |
82 |
7 |
||
1 خانوار |
16776 |
1978 |
2688 |
1745 |
3838 |
5182 |
967 |
311 |
62 |
5 |
||
2 خانوار |
1819 |
209 |
283 |
161 |
399 |
491 |
152 |
105 |
18 |
1 |
||
3 خانوار |
225 |
32 |
30 |
24 |
42 |
71 |
14 |
10 |
2 |
0 |
||
4 خانوار و بیشتر |
30 |
1 |
4 |
1 |
8 |
11 |
1 |
3 |
0 |
1 |
||
|
5 – نحوه تصرف محل سکونت درشهر شیروان:
طبق اطلاعات جدول شماره 5 از21052 خانوارساکن درشهرشیروان 12966خانواردارای منزل ملکی عرصه واعیان ، 83خانوارملکی اعیان (فقط بنا) 6113خانواردارای منزل اجاره ایی ، 302خانواردربرابرخدمت ، 1379خانواررایگان و209خانوارنیزسایر بوده اند. باتوجه به این آماردرشهرشیروان 38% خانوارها فاقد مسکن هستند .
جدول شماره 5: خانوارهای معمولی ساکن و گروهی در واحد های مسکونی معمولی برحسب امکانات و تسهیلات مورد استفاده و نحوه تصرف محل سکونت در شیروان |
||||||||||||||
|
مجموع ضریب خانوار |
ضریب برق -وجود |
ضریب تلفن ثابت-استفاده |
ضریب آب لوله کشی -استفاده |
ضریب گاز لوله کشی -استفاده |
ضریب دستگاه حرارت مرکزی |
ضریب دستگاه حرارت و برودت مرکزی |
ضریب آشپزخانه -استفاده |
ضریب حمام -استفاده |
ضریب توالت |
ضریب آب لوله کشی وبرق-استفاده |
ضریب آب لوله کشی و برق و تلفن ثابت-استفاده |
ضریب آب لوله کشی ،حمام و توالت-استفاده |
ضریب آشپزخانه ،حمام وتوالت-استفاده |
شهری |
21052 |
20915 |
16362 |
20137 |
20345 |
134 |
54 |
20608 |
18194 |
21052 |
20074 |
16044 |
17914 |
18122 |
ملکى عرصه واعیان (زمین وبنا) |
12966 |
12856 |
11214 |
12395 |
12533 |
126 |
45 |
12756 |
11463 |
12966 |
12332 |
10969 |
11283 |
11417 |
ملکى اعیان (بنا) |
83 |
83 |
64 |
83 |
83 |
0 |
0 |
83 |
83 |
83 |
83 |
64 |
83 |
83 |
اجاره اى |
6113 |
6095 |
3671 |
5869 |
5922 |
9 |
0 |
5906 |
5083 |
6113 |
5869 |
3635 |
5027 |
5056 |
دربرابرخدمت |
302 |
302 |
263 |
283 |
274 |
0 |
0 |
302 |
275 |
302 |
283 |
245 |
256 |
275 |
رایگان |
1379 |
1371 |
977 |
1316 |
1325 |
0 |
9 |
1353 |
1092 |
1379 |
1316 |
968 |
1083 |
1092 |
سایر |
100 |
100 |
73 |
100 |
100 |
0 |
0 |
100 |
91 |
100 |
100 |
73 |
91 |
91 |
اظهارنشده |
109 |
109 |
100 |
91 |
109 |
0 |
0 |
109 |
109 |
109 |
91 |
91 |
91 |
109 |
مروری برتاریخ تعاون درایران ،قبل ازانقلاب اسلامی نگارش:رسول جهان دوست ،کارشناس ارشد جغرافیااز دانشگاه تهران
مقدمه :
امروزه شاید عده ای گمان کنند که تعاون بحث جدیدی است که درعصرحاضر مطرح گردید است . در حالی که تعاون تاریخی به قدمت زندگی انسان ها دارد . شاید سؤال اساسی که دراین باره مطرح شود ،این باشد که چگونه باوجود زمینه ها ی غنی فرهنگی ومذهبی که ازگذشته های دور برای تعاون درکشور ماوجودداشته وباوجوداشکال تاریخی وسنتی تعاون که امروزه نیز بقایای آن هاراباالخص درجوامع روستا یی می توان مشاهد ه کرد، مقوله تعاون جایگاه واقعی خودرادرجامعه پیدا نکرده است . دراین مقاله سعی خواهیم کرد هرچند مختصر تاریخی ازتعاون درکشور مارابیان کنیم .
1- تعاون وانسان های اولیه :
تاریخ تعاون رامی توان به دوبخش تقسیم کرد . تعاون به صورت سنتی ویا غیررسمی وتعاون به شکل جدید یارسمی . اختلاف این دو بخش فقط دربحث قانونمند شدن وبه صورت مدون درآمدن تعاون است . اززمانی که اولین قانون درمورد تعاون درکشورما تصویب شد ، تعاون به صورت رسمی آغازگردید . نگاهی گذرابه تایخ سرزمین ایران ،به خصوص جامعه روستایی بیانگر تعاون گسترده وگونان مردم درزمینه های مختلف سیاسی – نظامی واجتماعی – اقتصادی و... است . فرهنگ باستانی مانمونه های فراوانی ازمقوله تعاون وهمیاری رادرامور اجتماعی – اقتصادی راداراست .
ازلحاظ تاریخی قدمت تعاون به دوران زندگی انسان های اولیه برمی گردد . در مورد تاریخ پیدایش زندگی انسان هابرروی کره زمین اختلاف نظرهای متعددی وجوددارد ولی آنچه که مسلم است این که انسان های درابتدا دراعماق تاریک جنگل ها زندگی می کردنند ،دراین زمان تقریبا می توان گفت تعاون یا اصلا وجود نداشت ویا بسیار محدود بوده است . بامرور زمان زندگی اجتماعی انسان ها تکامل پیداکرد وزندگی غارنشینی شروع شد ، دراین دوران تعاون درجامعه انسانی متکامل تر شد وانسان ها درشکار حیوانات ، دفاع از خود وبسیاری امور دیگر باهمدیگر همکاری وتعاون داشتند . اولین نقطه عطف درتاریخ تعاون زمانی شروع شد که انسان ها اولیه شروع به رام کردن حیوانات وحشی کردنند ، چنان که برای اولین بار بزدرایران ،شتر درعربستان و... اهلی شدنند ، ازاین زمان به بعد انسان های اولیه برای سیرکردن شکم حیوانات نیاز به آب وعلف داشتند وبرای دست یافتن به این منابع ، مجبور بودنند ازنقطه ای به نقطه دیگر کوچ کنند وبه این صورت بود که زندگی کوچ نشینی آغاز شد . دردوران زندگی کوچ نشینی انسان های برای دفاع از خود ودام ها دربرابر حوادث طبیعی وحمله های اقوام دیگر نیاز به تعاون وهمکاری داشتند .
اصولا انسان درمواقعی که با مشکلی مواجه می شود ، روحیه همکاری وتعاون دراوتقویت می شود ، چنان که درمواقع دفاع ازیک روستا ، همه روستاییان اگر چه قبل ازآن باهم اختلاف هایی هم داشتند ولی دست به دست هم داده ودربرابر دشمن ازروستای خود دفاع می کنند . هرایل وطایفه ای که دچار مشکلات واختلافات درون گرهی می شد وروح تعاون وهمکاری دربین آن ها وجود نداشت به راحتی دربرابر هجوم دشمنان تاروماروازبین می رفت .
2- روستانشینی وتعاون :
انسان های کوچ نشین به مرور زمان درییلاق وقشلاق ودرطول ایل راه هر جا که زمین مناسب وآب وجود داشت شروع به کشاورزی کردنند وبتدریج خانواده ها یی اززندگی کوچ نشینی دست کشیده ودراطراف چشمه ها ،رودخانه ها ،قنات ها و .. جمع شده واولین هسته های روستاها را بوجود آوردنند . بطور کلی تعاون به صورت سنتی وبه شکل غیر رسمی درجامعه روستایی ایران دارای دوشکل اساسی بوده است :
الف ) همیاری، درهمیاری تمامی یا بخشی از مردم روستا جهت رسیدن به هدفی مشترک ودرنتیجه منتفع شدن تک تک افراد گروه ازنتیجه آن با هم همکاری می کردنند . مثلا برای حصار کشیدن دورروستا یابرای حفرقنات روستا همکاری می کردنندوازنتیجه آن هم خود وهم دیگران بهره مند می شدنند . اکثر تعاونی ها ی سنتی ایران ازاین نوع بوده اند
ب ) دگریاری ،دردگریاری روستاییان به همنوع خود کمک ویاری می کردنند بدون آن که نفع اقتصادی درمیان باشد . مثلا درمورد جمع آوری محصولات کشاورزی هرخانواده روستایی که به دلیل بیمار بودن سرپرست خانواده ویاکمبود نیروی انسانی یاهر دلیل دیگری نمی توانست درموقع مناسب محصولات کشاورزی خود راجمع آوری کند ،عده ایی ازروستاییان بدون هیچ دستمزده وبهره ی اقتصادی باهمکاری هم محصول اوراجمع می کردنند ،درخراسان شمالی به این عمل « هاوار » گفته می شود . دردگریاری دراصل به دیگران کمک کردن بدون چشم داشت اقتصادی است .
یکی از مظاهر عالی تعاون که درعین حال یکی از علل مهم تجمع خانه های روستایی نیز می باشد ، بحث امنیت بود . روستاییان به دلیل این که بهتر بتوانند درمواقع حمله ی دشمنان ازجان ومال خود دفاع کنند ، رروستارابادیوارهای بلند ی حصار می کشیده وخانه هخای خود رابه صورت مترکم ونزدیک هم در داخل آن بنا می کردنند تاردمواقع ضروری بهتر بتوانند همکاری وتعاون دردفع دشمن مشترک داشته باشند . درهمین دوران بود که اشکال مختلف تعاون به صورت سنتی درجوامع روستایی به منصه ی ظهور رسید.
اصولا همان طور که گفته شد یکی از علل اصلی بوجود آمدن روستاهای متراکم ، امنیت وتبیعت از قانون کمترین تلاش بوده است . اگر چه اشکال سنتی تعاون درهر منطقه ای ازکشور دارا ی چنان غنایی است که برای هر شهر ودیاری باید تحقیقی جداگانه ای صورت بگیرد ولی درزیر فقط دونمونه ازآن ها که تقریبا شکل همگانی داشته ودرسراسر کشور بانام های مختلف وجود دارد ، شرح داده می شود
1-2) شیرواره :
شیرواره که در هرمنطقه ای ازکشور ما باواژه ای ازآن نام می برند (درخراسان شمالی ودربین قوم کرمانج وترک آل چق گفته می شود ) یکی ازنمونه های بارز اشکال تعاونن به صورت سنتی است . روستاییان برای این که بتوانند بهترازشیروفرآورده های آن استفاده بکنند وباتوجه به این که شیر ماده ای فاسد شدنی است ، هرروز هر چند خانوار شیرهای دوشیده شده دام ها رابه یک نفر بعدازاندازه گرفتن (چوب خط )می دادنند وبه این ترتیب هرروز نوبت یکی ازخانواده ها بود که شیر تمام دام های خانواده های مورد نظر رابرداشته وتبدیل به سایر فرآورده های لبنی بکند . این شکل ازتعاون ومشارکت هنوز هم دربسیاری ازمناطق روستایی ایران وجوددارد .
2-2 ) حفر قنات ها :
قتات های ایران به عنوان نمونه ای عالی وبرنامه ریزی شده ازتعاون وهمکاری درجامعه روستایی هستند . برای حفرقنات مجموعه ای ازنیروهای ماهر ونیمه ماهر روستا باید هماهنگ وبرنامه ریزی شده کار بکنند تاقناتی حفر شود . معمولا برای حفرهرقنات به یک نفر استاد کار ،مقنی ،لاشه کش ودلوکش بود . وظیفه اصلی استادکار محاسبه دقیق مسیر قنات ، تعیین فواصل میله چاه ها ، مکان حفر قنات ،تعیین دقیق مظهر قنات ،محاسبه دقیق شیب کانال قنات بود ، مقنی ودیگران هم وظیفه ی اجرای دقیق دستورات فنی استادکار راداشتند .
به علت روشن می شود که برای حفر قنات نه تنها نیاز به تعاون بوده است بلکه بدون توجه به برنامه ریزی دقیق حفر قنا ت امری محال می نمود . بعدازحفروآماده شدن قنات نیز قنات ها درطول تاریخ نیاز به همکاری وتعاون جوامع روستایی برای نهگداری ،لایروبی و ... داشتند . اگرچه امروزه به دلیل حر بی رویه ی چاه های عمیق ونیمه عمیق درحریم آبی وتجاوز به حریم ساختمانی قنات ها تقریبا بیش ازنیمی ازکل قنات های کشور خشک شده اند ،ولی بااین وجود هنوز تأ مین بخش عمده ای ازآب کشاورزی توسط قنات های کشور انجام می شود . حفر قنات ها به قدری کارعظیم وبزرگی است که بایدجزء عجایب جهان آورده شود . نمونه های ذکر شده تنها اشکال تعاون سنتی نیستند ،بلکه فقط نمونه های بسیارکمی ازآن می باشند چراکه دردوران گذشته برای ساخت خانه ، جمع آوری محصولات کشاورزی و ... اشکال متعددی ازتعاون وجودداشته است ،بقایای بعضی ازآن هاهنوز به صورت ضعیف به چشم می خورد .
3- تاریخ تعاون به صورت رسمی درایران :
اولین قانون درمورد تعاون درکشور ما درسال 1304هجری شمسی تصویب شد . اگرچه ازکل قانون تجارت آن زمان که اززبان فرانسه ترجمه شده بود فقط شش ماده – مواد108تا112- درمورد تعاون بود ، ولی به عنوان اولین قانونی است که درمورد تعاون درکشور تدوین شده است . دراین شش ماده فقط تعاون تعریف وبه صورت خیلی مختصر به آن پرداخته بودنند . اینم مقطع ازتایخ تعاون کشور رامی توان به چهارمقطع زمانی مشخص تقسیم کرد .
1-3) مقطع اول ، تعاون ازسال 1304تا1320 :
اززمان تصویب اولین قانون تجارت تاسال 1320که سال اشغال ایران توسط قوای متفقین بود (شروع جنگ جهانی دوم ) تنها تعدادانگشت شماری تعاونی تأ سیس شدنند . اگرچه این قانون دراردیبهشت سال 1311دوباره مورد تجدیدنظرقرارگرفت ، ولی تاتقریبا 10 سال بعدازتصویب اولین قانون تعاونی هیچ شرکت تعاونی تشکیل نشد . دلایل این امر رامی توان درعوامل زیر جست وجو کرد :
® ضعف درقانون تعاون
® عدم شناخت مردم نسبت به شکل جدیدومدرن تعاون
® عدم حمایت دولت ازتعاون
به همین جهت بود که دراین مقطع زمانی یعنی درطول 16 سال فقط 3 تعاونی با1050 نفر عضو تشکیل شدنند . اولین تعاونی که به سبک جدید درایران تشکیل شد ، تعاونی روستایی گرمسار بود که درسال 1314 توسط اداره فلاحت آن زمان درشهرستان گرمسار تشکیل شد .
2-3 ) مقطع دوم ، تعاون ازسال1320 تا1330 :
ازسال 1320وهم زمان باشروع جنگ جهانی دوم وضعیت اقتصادی کشور روبه وخامت نهاد وهزینه های زندگی مردم روزبه روز افزایش یافت . قیمت کالاهای اساسی ومورد نیاز مردم به دلایل متعددی چون احتکار ،دلال بازی رشد زیادی پیداکرد ، همین بحران سبب شد که طبقات کارگر وکارمند دولت برای تأمین حداقل معاش زندگی خود بامشکل مواجه شونند . هم چنان که دربررسی نهضت تعاون درسطح جهان نیز به آن برمی خوریم درهرمقطع تاریخی که وضعیت اقتصادی مردم بامشکل مواجه می شود زمینه ی مساعد برای رشدتعاونی های مصرف پیدا می شود . - اولین تعاونی تشکیل شده درجهان نیز ازنوع مصرف بود (راچد یل درانگستان ) - براساس همین انگیزه بین سال های1320تا1330 نزدیک به 19 شرکت تعاونی که همگی آن هاازنوع مصرف بودنند تشکیل شدنند ، که ازکل این تعداد7 شرکت درتهران وبقیه درشهرستان ها تأ سیس شدنند . اولین صندوق تعاون روستایی درهمین مقطع زمانی ودرسال 1325 تشکیل گردید .
3-3 ) مقطع سوم ، ازسال 1330 تا1341:
دراین مقطع اولین قانون مستقل درمورد تعاون به تصویب رسید . این لایحه در14ماده تهیه ودرسال 1332به وسیله دولت موقت مورد تصویب واجرا قرارگرفت . ازاین سال تاسال 1341 به کرات شاهد حذف یااضافه کردن مواد ی براساس نظرات وزارت خانه ها وسازمان های مختلف به این قانون هستیم . تاپایان سال 1340 جمعا 1178 تعاونی درسراسر کشور تشکیل شد که قریب به 359007 نفرازکل جمعیت کشور رازیر پوشش خود داشتند . دراین زمان هم به دلیل عدم توجه دولت وقت به تعاونی ها ،تعاون به جایگاه واقعی خود درجامعه دست نیافت .
4-3 ) مقطع چها رم ، ازسال 1341 تا1357 :
اصلاحات ارضی درایران نقطه عطفی درروندگسترش تعاونی ها درکشور مابود . درجریان اصلاحات ارضی که درسه مرحله اجرا شد ، دولت یکی ازشرایط واگذاری زمین به روستاییان را علاوه بر صاحب نسق بودن روستایی پذیرش اجباری عضویت یک تعاونی قرار داد . قبل ازاصلاحات ارضی تقریبا تمامی نیازهای ما لی روستاییان اگرچه به صورت سلف خری وغیر عادلانه ولی توسط ما لک برطرف می شد ، ولی درجریان اصلاحات ارضی وبا حذف ما لک ازروستاهای کشور ، تحول ودگرگونی عظیمی دراقتصاد روستایی به وجود آمد . برای این که دولت بتواند خلاء ناشی ازنبود ما لک درروستاراپرکند ودرعین حال بتواند نیازهای مالی وضروری روستاییان رابرطرف کند ، اقدام به تأسیس سازمان تعاون روستایی نمود وتقریبا اکثر روستاییان درآن عضو شدنند . به همین سبب بعدازاصلاحات ارضی درایران هم تعداد تعاونی ها بالاخص تعاونی های روستایی ، وهم تعداداعضاء رشدبسیار زیادی پیداکردنند ، به طوری که تعدادتعاونی ها قبل ازاصلاحات ارضی از1373شرکت با403922نفرعضودرسال1342یعنی یک سال پس ازاصلاحات ارضی به 2722شرکت با452118نفرعضو رسید .
ازجمله دلایل توجه به بخش تعاون دراین مقطع زمانی را می توان موارد زیررانام برد :
® بااجرای اصلاحات ارضی تعدادزیادی ازروستاییان ازروستا به شهرها مهاجرت کردنند ورژیم باجلوگیری ازبروزجنبش های کارگری اقدام به تشکیل تعاونی می کرد .
® درمسیر گسترش وتوسعه اقتصادی وافزایش کارخانه وکارگاه های تولیدی روزبه روزتعداد زیادی ازمردم جذب بازار کارمی شدنند وازطریق دریافت حقوق برنقدینگی جامعه می افزودنند . برای همین تشکیل تعاونی ها راه مناسبی جهت جذب سرمایه های مردم وایجاد بازار برای محصولات خارجی وداخلی بود .
آنچه که مسلم است دررژیم گذشته به تعاون به شکل یک مکتب اقتصادی وبنیادی هیچ وقت توجه نشد . عدم تمرکز دراموراداری مربوط به تعاونی ها ، تعدد مرکز تصمیم گیری ، کمبود قانونی ازدیگر موانع توسعه تعاون دراین زمان بود
به طور کلی تعاون به شکل جدید آن درکشور ما دارای سابقه چندانی درمقایسه با کشورهای غربی نیست ولی باید توجه داشت که تعاون به صورت غیررسمی وسنتی درجامعه ی ما دارای سابقه ی تاریخی وطولانی است به همین سبب آنچه که امروزه ضرورت می یابد این است که تعاون گران باشناخت تاریخ تعاون واشکال مختلف سنتی آن درجامعه ایران ،بااطمینان وآینده ای روشن تر درراه توسعه واعتلای نهضت تعاون گام بردارند .
ان شاء الله
منابع مورد استفاده :
1. بررسی جایگاه تعاون دربازرگانی خارجی کشور ، مؤسسه مطالعات وپژوهش های بازرگانی ، چاپ دوم دی ماه 1369
2. بحثی پیرامون ضرورت واهمیت تشکیل صندوق اعتبارات روستایی ، رسول جهان دوست ، ماهنامه علمی توسعه روستایی وترویج کشاورزی جهاد شماره 185و184
3. جغرافیای کوچ نشینی (مبانی وایران ) سید ابراهیم مشیری ، 1372 انتشارات سمت
4. تیپ شناسی روستایی ، احد زرفروشان ، انتشارات دانشگاه تبریز ، 1352
5. منابع ومسائل آب درایران ، دکتر پرویز کردوانی ،چاپ دوم انشارات آگاه ،1368
6. جزوه جغرافیای روستایی ایران ، دکتر مسعود مهدوی ، دانشگاه تهران
اشکال مشارکت روستاییان با تأکیدبرشوراهای اسلامی دراستان خراسان شمالی
نگارش:ازرسول جهان دوست کارشناس ارشد جغرافیاازدانشگاه تهران
مقدمه:
موضوع مشارکت امروزه ازموضوع های پراهمیت درتوسعه وتحول جوامع روبه رشداست. بیان ضرورت ها،سیاست هاوروش های فراهم نمودن موجبات مشارکت مردم درتغییروتحول جوامع راه گشای بسیاراساسی ومؤثرجهت کلیه صاحب نظران ودست اندرکاران وبرنامه ریزان ومجریان درانجام وظایفشان خواهد بود.
آن چه که امروزموضوع مشارکت رادر بحث توسعه تااین اندازه با اهمیت کرده است،نزدیک شدن موضوع توسعه به سوی اهداف انسانی واجتماعی-فرهنگی توسعه می باشد. جایگاه ونقش انسان هادرجوامع غربی درلابه لای ارزش های مادی واقتصادی گم ونادیده انگاشته شده وبالطبع درآن چه که به تقلیدازالگو های رشدوتوسعه درجوامع درحال توسعه پیاده شده بیش ازهمه مردم وعدالت اجتماعی وتحول فرهنگی رانادیده انگاشته اند . اکنون که گرایش برنامه ریزان به سوی مردم ودخالت دادن مشارکت آن هادررشدوتوسعه به عنوان راهکارمطرح گردیده،بسیاری ازمتفکران درتلاش هستند که روش های نوین تأمین مشارکت مردم دربرنامه ریزی،اجرا،بهره برداری برنامه های عمرانی واقتصادی-اجتماعی راارایه نمایند .
در کشورماتجارب بسیاری درتأمین موجبات مشارکت مردم چه قبل ازانقلات و چه بعدازانقلاب اسلامی موجود می باشد، که بخصوص باتغییر نظام سیاسی کشور وحاکمیت یافتن اسلام وارزش یافتن مردم، مشارکت مردم افزایش وبا تشکیل شوراهای اسلامی شکلی قانونی ورسمی به خودگرفت .
1-تعاریف مشارکت:
ازمشارکت تعاریف متعددی شده است . مشارکتparticipationازنظرلغوی ازریشه لاتینیparticipate به معنای باخودداشتن، سهمی درچیزی غیرازخودداشتن به کاررفته است .
درفرهنگ بین المللی وبستر مشارکت راازجنبه های مختلف تعریف کرده است .
الف: عمل یاوضعیت شرکت جستن یابهره وری درچیزی چه کمی وچه کیفی .
ب: مشارکت باسایرین مانند مشارکت براساس رابطه خویشاوندی یاشرکت درامور تجاری ویا انعقادقردادیاپیمان که مفاد آن شخص راملزم به رعایت تعهداتی می کند .
ج: شرکت درمنافع مانندشرکت فعال درامورسیاسی یاتجاری یاعمل متقابل اجتماعی درگروه .
به طور کلی می توان هر عمل یاموقعیتی که بیشتر ازیک نفردرآن شرکت داشته است رامشارکت نامید . یکی ازجنبه- های مهم که دراغلب تعاریف مشارکت بدان توجه می شود،شرکت درعمل تصمیم گیری است .
آلن پیر فیتA .peyrefitteدردیباچه اثردسته جمعی«مشارکت چیست؟»می نویسد:«مشارکت موردمشورت قراردادن قبل ازتصمیم گیری راگویند به نحوی که اظهار نظرشخصی واعمال مراقبت درجریان اجرای این تصمیم وتحول نتایج آن امکان داشته باشد .
سازمان بین المللی کارI.L.O.مشارکت راچنین تعریف می کند :«سهم افرادیاگروه های سازمان یافته ی جمعیت فعال ازلحاظ اقتصادی-اجتماعی» درتعریف فوق سازمان بین المللی کار به دومسأله اهمیت می دهد .
-نقش مشارکت درتوسعه اقتصادی-اجتماعی
- انجام عمل مشارکت از طریق افراد به صورت جمعیت ها وتعاونی هاویاازطریق گردهمایی گروه هاشامل سازمان های کار فرمایان یااتحادیه های کارگری و ...
به نظر می رسدمفهوم صحیح مشارکت مردم درکار ها،دادن پول ویاابزار نیست . قدرت،نیرووپول مردم تنها جزء کوچکی ازمشارکت آن هادرکار هاست،مهم درک وشعور واعتقاد آن هابه مشارکت است .
صرف نظراز معنی لغوی مشارکت که مفهوم شریک شدن درکاری رامی رساند،درتعریف کلی مشارکت می توان گفت؛ مشارکت به مجموع عملیات فرهنگی –اقتصادی-اجتماعی گفته می شود که به وسیله آن اهالی یک روستا جذب کارها وطرح های عمرانی ورفاهی خود گردید ه وباخودیاری ونیروی انسانی وباکمک فنی ونظارتی ارگان های دولتی در اجرا ،نگهداری وحفاظت از پروژه های روستایی کمک می کنند .
2-مشارکت وسیله یا هدف:
درسطوح متعددی که درمورد مشارکت وجوددارد،می توان تمایزعمده ای بین مشارکت به عنوان وسیله یا هدف قائل
شد . هرجاکه مشارکت به عنوان یک وسیله تفسیرمی شود،بطورضروری بیانگر حالت یانهاده ای دریک طرح توسعه است،ولی آنجاکه به تنهایی به عنوان هدف تفسیر می شود،به فرایندی اشاره دارد که نتیجه آن،مشارکت مؤثراست .
البته دراین که این دومفهوم مشارکت به عنوان هدف یاوسیله، باهم سازگاری دارندیا نه ؟یااین که می توان بین آن ها نوعی وحدت بوجود آورد،جای بحث است . این یک تفکیک بنیادین است . تفکیکی که به طورضمنی اشاره های متعددی به ماهیت مشارکت ورهیافت های پذیرفته شده جهت آن دارد . تااین اواخرچه تلویحأوچه صراحتأتصور«مشارکت» به عنوان وسیله،درعرف توسعه،تصورغالب بوده است .
مشارکت نه به عنوان صرفأهدف بلکه به عنوان یک هدف ارزشی باید مطرح باشد،بدین معنی که پایه ریزی یک حکومت مردمی تنهاهنگامی به نحو احسن ممکن است که مرد م درتصمیات واقدام های سرنوشت سازومربوط به خودشرکت مؤثرداشته باشند وبه این «شرکت»عادت کنند . به طوری که مشارکت درتصمیم گیری هابرای آن هابا«ارزش»شودوخود همواره مایل به ابن شرکت بوده وعدم دخالت آن هادرتصمیم گیری موجب نارضایتی آن هاگرددوازاین طریق نقش خودرادراداره کشور ایفاء کنند .
مشارکت به عنوان یک وسیله مناسب جهت برانگیختن مخصوصأروستاییان درجهت توسعه وآبادانی محل زندکی شان است وباعث می شودکه روستاییان باسرعت بیشتری دربه ثمر رساندن پروژه هاوطرح ها کوشش نمایند وآن پروژه ها وطرح ها را برای «خود» بدانندواز آن ها مراقبت ومحافظت کنندودرصورت استهلاک یاتخریب، خود مجددأ درپی مرمت آن ها برآیند .
تحقیقات متعدد درکشورهای مختلف نشان می دهد،درصورتی که هرنوع تسهیلات عمرانی مانند:حمام ،مدرسه،جاده،خانه بهداشت،مسجدو... بدون مشارکت مردم ساخته شود ،روستاییان ارزش آن راندانسته وخود رابا آن به اصطلاح همانندIDENTIFICATED احساس نمی کنند وآن راازخود نمی دانند ودرنتیجه نه فقط درحفظ وحراست آن نمی کوشند بلکه حتی حاضر نیستند کوجک ترین قدمی درراه به ثمر رسانیدن آن بردارند واین نه فقط شامل اقدام هایی می شودکه باخواسته ها وارزش های مردم هماهنگ نیست بلکه شامل اقدام هایی هم که به طور ظاهری مبتنی بر ارزش خود آن هااست نیز می شود .
مراحلی که باید مردم درآن مشارکت داشته باشند عبارتند از :
v مشارکت درطرح مسأله،راه حل یابی ،تصمیم گیری وبرنامه ریزی،مشارکت درهزینه ونیروی کار لازم برای به ثمر رساندن اقدام ها .
کلیه مراحل فوق از آغاز تاپایان به هم وابسته اند واگرمردم ازآغاز درطرح مسأ له شرکت نداشته باشند ، اصلأ آن اقدام را برای خود نمی دانند وحاضز نیستند کوچک ترین زحمتی درراه به ثمر رسیدن آن به خود بدهند . همین نکته شامل راه حل یابی ،تصمیم گیری وبرنامه ریزی هم می شود . اگرفرض کنیم که دولت بخواهد جاده ای برای یک روستا احداث کندو اهالی آن روستا درطرح مسأ له شرکت داده شوند وآن ها نیز چنین نیازی راابراز نمایند،در آن صورت ممکن است مردم برای احداث جاده پیشنهاد هایی دگیری داشته باشند غیر ازآنچه که مسؤولین دولتی دارند واگر به پیشنها دهای آن ها توجه نشود،حاضربه هیچ نوع همکاری نخواهند بود ،هم چنین اگرفرض کنیم که پیشنهاد های آن هامورد توجه قرار گیرد،نباید مسؤولین دولتی به تنهایی برنامه بریزند که چه کار هایی راچطور باید انجام دهند ،در آن صورت اگر کمکی از مردم لازم داشته باشند ،باامکان کمی ازطرف آن ها روبرو می شوند .
3-برخی ازاشکال مشارکت مردمی در روستا های خراسان شمالی:
الف: شورا های اسلامی روستا
پس ازپیروزی انقلاب اسلامی واستقرارنظام جمهوری اسلامی درایران ،یکی از نهاد هایی که درسطح روستاها بوجود آمد وجایگزین مراکز تصمیم گیری چون:انجمن ده کدخدا وخانه های انصاف شد وبه سرعت مورد قبول وپذیرش مردم روستاهای استان قرار گرفت،شوراهای اسلامی روستایی بودند که به عنوان یکی ازارکان تصمیم گیری واجرا در سطح روستاها مشغول به فعالیت شدند .
شورا های روستایی تاقبل از سال77وبرگزاری اولین مرحله ی انتخابات شورا های اسلامی روستایی توسط وزارت کشور، تحت نظارت وزارت جها دسازندگی سابق بودند . دراین سال دراستان خراسان شمالی «خراسان بزرگ سابق »نیز چون تمام کشورانتخابات درتمام شهرها وروستاهایی که براساس سرشماری سال75بالای بیست خانوار یا یک صد نفر جمعیت داشتند ،برگزار وبرای اولین بار موادی از قانون اسا سی کشور که راکد مانده بود،احیا شد .
شورا های روستایی استان با زیر پوشش قرار دادن تقریبأ تمامی جمعیت روستایی یکی از بازوهای قوی دولت می باشند که با وجود برخی تنگنا ها ومسائل ومشکلات ،به دلیل موقعیت و وابستگی که به مردم روستا دارند،نقش برجسته ای درجلب مشارکت مردم روستا برعهده دارند .
بین برنامه ریزی برای مردم وبرنامه ریزی با مردم تفاوت زیادی وجود دارد . وقتی که شما برای مردم برنامه ریزی می کنید ،آنان را بیشتر وابسته می کنید . اما اگر همراه مردم برنامه ریز ی کنید اعتماد بنفس واحترام به خویشتن را درآن ها رشد داده اید وبا این وسیله همبستگی متقابل را تشویق می کنید،این چیزی است که ازطریق نمایندگان روستا یعنی شورا ها ی اسلامی استان قابل دسترسی است . اگرچه طبق بند های زیر ماده 68قانون شوراهای اسلامی این موارداز وظایف قانونی هر شورایی است .
برنامه ریزی موفق صرفأ باید ازدرون مردم برخیزد ،باید ازشورا ها به عنوان واحدهای اطلاعاتی در نظام برنامه ریزی روستایی کشوراستفاده کرد وامکان نقش آفرینی آنان رادرسیاست گذاری تمام ارگان ها فراهم کرد . مردم مناطق روستایی استان باید درجهت توسعه جامعه خویش کمر همت ببندند ،توسعه رانمی توان ازخارج تحمیل کرد،توسعه می بایست از داخل خودجامعه برخاسته وشکوفا گردد ،می توان به جرأت ادعا کرد یکی از برجسته ترین مظاهر مشارکت مردم استان خراسان شمالی دربرنامه های د ولت ومدیریت روستایی ، شوراهای اسلامی روستا هستند .
در اغلب کشورهای آسیایی به این نتیجه رسیده اند که راه حل مشکلات روستاییان در شهرها نیست ؛بلکه درخود روستاهاست . حتی راه حل بسیاری ازمشکلات شهرها ی استان خراسان شمالی «مهاجرت بی رویه و...» را هم باید درروستاها جستجوکرد .
درزمینه برنامه ریزی ومدیریت روستایی دراستان ، شوراها ی اسلامی روستا توانسته اند ،به عنوان مطلع ترین واصیل ترین مردم روستا نسبت به فرهنگ روستا مورد توجه قرارگیرند وبه عنوان نمایندگان مورد اعتماد روستا بادیدن آموزش های لازم در اجرای طرح ها وپرژه ها ی مختلف وهمچنین نظارت بر برنامه های خاص توسعه روستایی مؤثر باشند .
ب:دهیاری ها:
مشارکت فعال روستاییان دربهبود بخشیدن به فعالیت های عمرانی درسطح روستا وانجام وسازمان دهی وبرنامه ریزی محلی منجر به تشکیل شوراها ی اسلامی گردیده لکن برنامه ریزی درسطح روستاها وجلب مشارکت وسیع مردم نیاز به نهادی اجرایی داشت تا کارهای عمرانی داخل روستا به انجام رساند وبه عنوان مکمل شوراهای اسلامی فعالیت نماید ،ضرورت این امرعبارت بوداز:
v سازمان یافتگی اجتماعی ،سازماندهی وتداوم مشارکت ،نهادینه شدن توسعه ، نگهداری طرح ها وپرژه ها ی اجراشده ،طرح جامع توسعه روستا .
دهیاری ها یکی ازنهادهای مرتبط باوظایف شوراهای اسلامی است که می توان آن رامتاسب ترین سازمان اجرایی مردمی جهت اجرای طرح های بهسازی وتوسعه فیزیکی روستا دانست .
دراکثرروستاهای دارای شورای اسلامی استان خراسان شمالی ،دهیاری نیز راه اندازی شده وهرساله دولت ازمحل لایحه تجمیع عوارض، میلیاردها ریال کمک مالی می کند . اگر دستگاه های اجرایی به این نهاد تازه تأسیس شده درروستاها توجه نمایندوبه آن بال پر بدهند درآینده نزدیک شاهدرشدوتوسعه وشکوفایی روستاهای استان خواهیم بود .
ج:شرکت های تعاونی:
تجربه های بعضی ازکشورها های جهان سوم نشان داده است که اگر کار تحول درجامعه روستایی بدون مشارکت مردم اتفاق بیفتد ،آن توسعه یا اتفاق نمی افتد ویااگر اتفاق بیفتد ،دارای عوارض منفی خواهد بود . بنابراین توسعه مشارکتی مطرح می شود ،توسعه مشارکتی نیاز به یک سازمان مشارکتی دارد . سازمانی که مردم رابرای ابراز مشارکت واظهار حضورشان درآن جامعه متشکل بکند . یکی از این سازمان ها تعاونی ها هستند . بنابراین یکی از کارکردهای مهم تعاونی ها ویکی ازوظایفی که به عهده تعاونی ها سپرده می شود،حفظ مشارکت ،ایجاد مشارکت واستحکام مشارکت مردم درامور روستایی است . اگرچه این مسأله متأسفانه به دلایل مختلف تاریخی ،درطی هزاران سال تضعیف شده است ،برای این که روستاییان ما درطول این دوره طولانی ،دیگران برای آنان تصمیم گرفته اند وآنان فقط به صورت رعیت عامل اجرا بوده اند . به طور حتم شما هم این تجربه رادرروستاها دیده ایدکه می خواهید عملی مثبت درروستا انجام دهید ،ولی با تمام حسن نیت وصداقتی که دارید ومعتقد هستید که به نفع روستایی است ،روستاییان خودشان راکنارمی کشند ، چون روستایی بیم وهراس دارد وپا پیش نمی گذاردواگر چند نفری هم پیدا شوند که مشارکت کنند به دلیل جوان بودن آن هاست ،چرا که ذهن متحول تری دارند ومی فهمند که انجام این عمل به نفع آن هاست . اما اکثرروستاییان به علت عدم مشارکت ،ازانجام کارها ،خودراکنار می کشند واین امرموجب می شود که طرح هاوبرنامه های دستگاه های اجرایی ودولت یا اجرا نشود ویابه کندی اجرا شود . متأسفانه بسیاری از دست اندرکاران تعاونی هااعتقادشان براین است که تعاونی یعنی این که چند نفر درخواست تشکیل تعاونی داده وآن رابه ثبت رسانده وظاهرا شرکتی داشته باشند . این امر باعث شده است که بعدازانقلاب اسلامی تعداد تعاونی ها ازرشدبالایی برخوردارباشد ولی کیفیت چندانی نداشته باشند .
تجربه درطول چند سال اخیر نشان داده است که ضعف مدیریت تعاونی وعدم نظارت صحیح ازسوی ادارات ذیربط برفعالیت های شرکت های تعاونی چه ذهنیت هایی منفی رادراعضا وبخصوص روستاییان ایجاد کرده وچندین سال طول خواهد کشید تا تعاونی ها باعملکرد مثبت وخوب خود اثزهای سوء راازذهن ها زدوده ونگرشی مثبت راجایگزین آن نمایند .
شرکت های تعاونی بعدازانقلاب اسلامی ،بخصوص باتشکیل وزارت تعاون رشدبالایی پیداکرده اند ،ولی توسعه نیافته اند . چرا که اگر مفهوم توسعه راپیشرفت درزمینه اجتماعی – اقتصادی وفرهنگی بدانیم ،می بینیم که فرهنگ تعاونی درست وصحیح درذهن روستاییان راه پیدانکرده است .
درکمترروستای استان جدید خراسان شما لی است که،حداقل یک نوع تعاونی چه تولیدی ،یا خدماتی ویاصنعتی وجود نداشته باشد . ولی اکثر آن هابامشکلات متعددی مواجه هستند واگر تعاونی های روستایی موفق رامدنظرقراردهیم شاید تعداد آن ها به اندازه انگشتان دست هم نباشد .
د:رهبران محلی:
اگر تصور کنیم درروستاها فقط شوراهای اسلامی هستند که به دلیل کسب آرای مردم دارای وجه مثبت اجتماعی بوده ودربین مردم نفوذ کلام دارند ،سخت اشتباه کرده ایم . چراکه درروستاها ریش سفیدان ومعتمدین محلی زیا دی علاوه بر شوراهاوجود دارند که درخیلی ازمواردکارآیی ونفوذ کلام آن هاو... دربین مردم ازشوراها هم بالاتر است،به این افراد رهبران محلی گفته می شود .
شناخت وتکیه بررهبران محلی درجهت رسیدگی به امور محلی واقعیتی است که ازدیربازهمواره مطرح وازفواید بسیاری برخوردار بوده است . رهبران محلی نقش مهمی درتضمین اجرای برنامه های عملی وایجاد انگیزه درمردم محلی جهت مشارکت درطرح ها وپرژه های عمرانی وهم چنین امور کشاورزی ،زراعت و ... ایفاء می نمایند .
از لحاظ جامعه شناختی نکته ای که دارای اهمیت است این که، یک رهبر محلی مفیدومؤثر به فردی گفته می شود که از بطن اجتماع محلی رشدنمایدوبه زبان آن ها سخن بگوید ودرنوعی ساختارهای اجتماعی خود رامحدودودرگیرسازدتا این که هویت خودراحفظ نماید . رهبران محلی رانمی توان درروستا تعین کردوبه آن ها تحمیل نمود ،بلکه رهبرمحلی درروستا ها مشخص واین افرادبایدازبین اجتماع خود روستاییان برخاسته باشند . رهبران محلی نقش عمده ای درتصمیم گیری محلی دارندوبه دلیل نفوذخود دربین جامعه روستایی درصورت مخالفت باکاری درروستا،مطمئنأ انجام آن کاریا اصلأ میسرنخواهد بودویابامشکلات متعددی مواجه خواهد شد .
با شناخت وسازماندهی رهبران محلی درسطح روستا ها می توان بسیاری ازمشکلات روستاییان را حل کرد . اگرچه انجام این کار نیازمند شناخت دقیق وجامعه شناختی در روستاهاست ، امری که انجام آن توسط وزارت کشور ضروری ولازم است تابابرانگیختن رهبران محلی وکمک آن هادرامور به شوراهای اسلامی، جامعه روستایی بتواند گام های مؤثری درجهت توسعه بردارد .
آن چه که دراین نوشتار بیان شد ،تنها اشکال مشارکت دربین روستاییان استان نبوده ،بلکه تنها اشکال برجسته وبارز آن هستند . درهر صورت امروزه برای توسعه روستاها به شدت نیازمند مشارکت روستاییان هستیم ومطمئنأ بدون مشارکت آن هادرامور ،کارها مختل وانجام آن ها بادشواری های زیادی روبه روخواهد شد .
منابع مورد استفاده:
v بررسی میزان وعلل مشارکت روستاییان درطرح های عمرانی ،دفتر مطالعات اقتصادی جهاد سازندگی تیرماه سال1371
v رهیافت های مشارکت درتوسعه روستایی . پیتر اوکلی ودیوید مارسون ،ترجمه منصور محمد نژاد ،مرکز تحقیقات وبررسی مسا ئل روستایی جهاد سازندگی .
v جامعه روستایی ونیاز های آن ،فرامرز رفیع پور پاییز 1364
v نگاهی اجمالی به تعاون ،معاونت ترویج ومشارکت مردمی وزارت جهاد سازندگی سال1372
v نقش رهبران محلی درترویج روستایی ،دفتر تحقیقات ومطالعات روستایی وزارت جهادسازندگی
v نقش شوراهای روستایی دراجرای پرژو هادرمناطق روستایی ،رسول جهان دوست نشریه خراسان شورا سال1382